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कृषि सुधार


कृषि क्षेत्र के सुधार के लिए यह भी आवश्यक है कि केन्द्र सरकार भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रख कर कृषि क्षेत्र (Zone) बनाए तथा उक्त स्थान में अनुकूल खेती को बढ़ावा दें। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में सूखे के चलते वहां वही फसल होगी जिसमे सिंचाई की कम आवश्यकता हो। आज महाराष्ट्र में गन्ने एवं कपास की सर्वाधिक खेती है, दोनों फसलों को पानी की काफी जरूरत होती है, राज्य सूखाग्रस्त है, ऐसी दशा में खेती कैसे होगी।

विज्ञान के इस काल में कृषि बहुत पीछे रह गई है। व्यापार की उन्नति के लिए समृद्ध खेती का होना आवश्यक है| कृषि उत्पादन का सम्पूर्ण विश्लेषण हो तथा किसानों को फसल उगाने से पहले शिक्षित किया जाए।

खेती क्षेत्र की दशा सुधारने के लिए हमें उपरोक्त पर भी विचार करना चहिए।

इंडियन बिजनेस पार्टी कारोबारी हितो के साथ-साथ कृषक हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है ।